Rajeevnhpc102 (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=धर्मवीर भारती }} <poem>तप्त माथे पर, नजर में बादलों क…) |
|||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 2: | पंक्ति 2: | ||
{{KKRachna | {{KKRachna | ||
|रचनाकार=धर्मवीर भारती | |रचनाकार=धर्मवीर भारती | ||
− | }} <poem>तप्त माथे पर, नजर में बादलों को साध कर | + | |संग्रह=मेरी वाणी गैरिक वासना / धर्मवीर भारती |
+ | }} | ||
+ | {{KKCatKavita}} | ||
+ | [[Category: मुक्तक]] | ||
+ | <poem> | ||
+ | तप्त माथे पर, नजर में बादलों को साध कर | ||
रख दिये तुमने सरल संगीत से निर्मित अधर | रख दिये तुमने सरल संगीत से निर्मित अधर | ||
आरती के दीपकों की झिलमिलाती छाँह में | आरती के दीपकों की झिलमिलाती छाँह में | ||
− | बाँसुरी रखी हुई ज्यों भागवत के पृष्ठ पर</poem> | + | बाँसुरी रखी हुई ज्यों भागवत के पृष्ठ पर |
+ | </poem> |
22:11, 1 जनवरी 2010 के समय का अवतरण
तप्त माथे पर, नजर में बादलों को साध कर
रख दिये तुमने सरल संगीत से निर्मित अधर
आरती के दीपकों की झिलमिलाती छाँह में
बाँसुरी रखी हुई ज्यों भागवत के पृष्ठ पर