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"विपर्यय / अज्ञेय" के अवतरणों में अंतर
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कि उनका यह हक़ है। | कि उनका यह हक़ है। | ||
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16:48, 8 अगस्त 2012 के समय का अवतरण
जो राज करें उन्हें गुमान भी न हो
कि उनके अधिकार पर किसी को शक है,
और जिन्हें मुक्त जीना चाहिए
उन्हें अपनी कारा में इसकी ख़बर ही न हो
कि उनका यह हक़ है।
दिल्ली, 1 नवम्बर, 1954