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"संसार / जया जादवानी" के अवतरणों में अंतर

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02:21, 19 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

वह उठाती है
हथेली पर
पूरा का पूरा संसार
रच देती
मेहंदी-सा
तुम सिर्फ़ ख़ुशबू लेते हो
और एतराज करते हो।