Sandeep Sethi (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: दिल का हाल सुने दिलवाला सीधी सी बात न मिर्च मसाला कहके रहेगा कहने…) |
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00:47, 2 मार्च 2010 के समय का अवतरण
♦ रचनाकार: अज्ञात
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मैं चली पिया पेकड़े
तुसी मगरे ही आ जाइओ
मैं ता मिलांगी उत्थे बेबे जी नू
तुसी बापू जी नु मिल आइओ
मगरों करयोजी तुसी पेरीपैणा
पहलां लै जाणा सुणा आइयो
मैं कहूँगी जी मैं नहीं जाना
किते छड्ड के ना जाइओ
थोड़ा बहुता उत्थे मैं रोऊँगी वी
तुसी ऐंवीं ना घबरा जाइओ