Changes

घटना / त्रिलोचन

6 bytes added, 23:45, 21 फ़रवरी 2010
जिसे मैंने खोजा, पल पल सँवारा स्मरण से,
उसे देखा आँखों, तन मन बिसारे विकल हो,
किसी के पीछे है. सकल घटना भर्तृहरि कीलिखी देखी आगे. अगम तम में भी सुगम था ।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,669
edits