भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"नीरव-तार हृदय में / सुमित्रानंदन पंत" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुमित्रानंदन पंत |संग्रह= गुंजन / सुमित्रानंदन …) |
छो ("नीरव-तार हृदय में / सुमित्रानंदन पंत" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite))) |
||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 5: | पंक्ति 5: | ||
}} | }} | ||
{{KKCatKavita}} | {{KKCatKavita}} | ||
+ | {{KKCatGeet}} | ||
<poem> | <poem> | ||
:नीरव-तार हृदय में, | :नीरव-तार हृदय में, |
12:01, 13 मई 2010 के समय का अवतरण
नीरव-तार हृदय में,
गूँज रहे हैं मंजुल-लय में;
अनिल-पुलक से अरुणोदय में।
नीरव-तार हृदय में—
चरण-कमल में अर्पण कर मन,
रज-रंजित कर तन,
मधुरस-मज्जित कर मम जीवन,
चरणामृत-आशय में।
नीरव-तार हृदय में—
नित्य-कर्म-पथ पर तत्पर धर,
निर्मल कर अन्तर,
पर-सेवा का मृदु पराग-भर,
मेरे मधु-संचय में।
नीरव-तार हृदय में—
रचनाकाल: १९१९