भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"आदिल रशीद / परिचय" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
(3 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 6 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
<poem>
+
'''[[आदिल रशीद]]'''  
'''आदिल रशीद'''  
+
पिता का नाम : स्वर्गीय [[अब्दुल रशीद]] जो उर्दू शायरी के आलोचक ( नक्काद )थे  
पिता का नाम : स्वर्गीय अब्दुल रशीद जो उर्दू शायरी के आलोचक ( नक्काद )थे  
+
  
जन्म तिथि : 25 दिसंबर 1967  
+
==जन्म==
 +
तिथि : 25 दिसंबर 1967  
  
जन्म स्थान : कालागढ़ जिला पोड़ी  गढ़वाल  
+
==जन्म स्थान==
 +
 +
C-824,वर्क चार्ज कालोनी निकट यूनियन दफ्तर
 +
           
 +
कालागढ़, जिला पौड़ी-गढ़वाल, [[उत्तराखंड]], भारत।
  
पैतृक गाँव तिलहर शाहजहाँपुर जहाँ  अशफाकउल्ला खाँ ,राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, कमर रईस,  
+
पैतृक गाँव तिलहर, शाहजहाँपुर जहाँ  [[अशफाकउल्ला खाँ]] ,[[राम प्रसाद बिस्मिल]], ठाकुर रोशन सिंह, कमर रईस,  
दिल शाहजहाँपुरी, शबनम रोमानी, अख्तर तिलहरी जैसे फ़नकार पैदा हुए ।
+
[[दिल शाहजहाँपुरी]], [[शबनम रोमानी]], [[अख्तर तिलहरी]] जैसे फ़नकार पैदा हुए ।
  
गुरु पिताश्री  स्वर्गीय अब्दुल रशीद, महबूब हसन खाँ नय्यर तिलहरी जो दिल शाहजहाँपुरी  
+
=='''गुरु'''==
के शिष्य थे एवं ताहिर तिलहरी ।
+
पिताश्री  स्वर्गीय अब्दुल रशीद, महबूब हसन खाँ नय्यर तिलहरी जो [[दिल शाहजहाँपुरी]] के शिष्य थे एवं [[ताहिर तिलहरी]]
विशेष उपलब्धि : हिंदी-उर्दू की पहली मुहावरा-ग़ज़ल कहने का सौभाग्य प्राप्त किया ।
+
=='''विशेष उपलब्धि'''==
             
+
*  हिंदी उर्दू में म्रत्यु की कगार पर पहुंचे मुहावरों को जो भारतीय साहित्य की अनमोल धरोहर हैं को काव्य में जीवित करने के लिए प्रयत्नशील हैं । 
</poem>
+
* हिंदी-उर्दू की पहली मुहावरा-ग़ज़ल कहने का सौभाग्य प्राप्त किया ।
 +
* एक ही कविता व ग़ज़ल में सब से अधिक मुहावरों का प्रयोग करने का कीर्तिमान भी [[आदिल रशीद]] के ही नाम है

21:20, 7 मार्च 2012 के समय का अवतरण

आदिल रशीद पिता का नाम : स्वर्गीय अब्दुल रशीद जो उर्दू शायरी के आलोचक ( नक्काद )थे

जन्म

तिथि : 25 दिसंबर 1967

जन्म स्थान

C-824,वर्क चार्ज कालोनी निकट यूनियन दफ्तर

कालागढ़, जिला पौड़ी-गढ़वाल, उत्तराखंड, भारत।

पैतृक गाँव तिलहर, शाहजहाँपुर जहाँ अशफाकउल्ला खाँ ,राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, कमर रईस, दिल शाहजहाँपुरी, शबनम रोमानी, अख्तर तिलहरी जैसे फ़नकार पैदा हुए ।

गुरु

पिताश्री स्वर्गीय अब्दुल रशीद, महबूब हसन खाँ नय्यर तिलहरी जो दिल शाहजहाँपुरी के शिष्य थे एवं ताहिर तिलहरी

विशेष उपलब्धि

  • हिंदी उर्दू में म्रत्यु की कगार पर पहुंचे मुहावरों को जो भारतीय साहित्य की अनमोल धरोहर हैं को काव्य में जीवित करने के लिए प्रयत्नशील हैं ।
  • हिंदी-उर्दू की पहली मुहावरा-ग़ज़ल कहने का सौभाग्य प्राप्त किया ।
  • एक ही कविता व ग़ज़ल में सब से अधिक मुहावरों का प्रयोग करने का कीर्तिमान भी आदिल रशीद के ही नाम है