भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"वह एक स्त्री / कुमार सुरेश" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
== वह एक स्त्री ==
+
{{KKGlobal}}
 +
{{KKRachna
 +
|रचनाकार=कुमार सुरेश
 +
}}
 +
{{KKCatKavita‎}}
 
<poem>
 
<poem>
 
 
इस शहर से  
 
इस शहर से  
 
जहाँ मेरी नौकरी  
 
जहाँ मेरी नौकरी  
दीवाली पर या किसी और वक्त
+
दीवाली पर या किसी और वक़्त
 
लौटता उस  शहर
 
लौटता उस  शहर
 
जहाँ एक स्त्री  
 
जहाँ एक स्त्री  
मेरे आने भर से बेशर्त खुश होती   
+
मेरे आने भर से बेशर्त ख़ुश होती   
  
 
उसकी बूढी आँखों की चमक देखते बनती  
 
उसकी बूढी आँखों की चमक देखते बनती  
पंक्ति 14: पंक्ति 17:
  
 
चाहती इतना  
 
चाहती इतना  
कुछ पल बैठू उसके पास  
+
कुछ पल बैठूँ उसके पास  
 
और वह पूछे  
 
और वह पूछे  
 
इतना दुबला क्यों हुआ  
 
इतना दुबला क्यों हुआ  
ठीक से     खाता   पीता क्यों नहीं  
+
ठीक से खाता-पीता क्यों नहीं  
 
बहू कैसी है उसे लाया क्यों नहीं  
 
बहू कैसी है उसे लाया क्यों नहीं  
  
पंक्ति 31: पंक्ति 34:
 
जहाँ सुस्ताता कुछ पल  
 
जहाँ सुस्ताता कुछ पल  
  
बापस लौटता  मेरे शहर  
+
वापस लौटता  मेरे शहर  
इस बिस्वास के साथ  
+
इस विश्वास के साथ  
की    फालतू नहीं में
+
कि फ़ालतू नहीं मैं
 
मेरा भी कुछ मूल्य है  
 
मेरा भी कुछ मूल्य है  
 
कमसे कम एक स्त्री है  
 
कमसे कम एक स्त्री है  
 
जो मेरा सही मूल्य पहचानती है  
 
जो मेरा सही मूल्य पहचानती है  
 
 
 
 
</poem>
 
</poem>

00:35, 7 नवम्बर 2010 के समय का अवतरण

इस शहर से
जहाँ मेरी नौकरी
दीवाली पर या किसी और वक़्त
लौटता उस शहर
जहाँ एक स्त्री
मेरे आने भर से बेशर्त ख़ुश होती

उसकी बूढी आँखों की चमक देखते बनती
बीमारी और दर्द की तह पर
छलकने लगती उसकी ख़ुशी

चाहती इतना
कुछ पल बैठूँ उसके पास
और वह पूछे
इतना दुबला क्यों हुआ
ठीक से खाता-पीता क्यों नहीं
बहू कैसी है उसे लाया क्यों नहीं

मेरे आज ही लौटने की बात सुन
होती उदास
करती मनुहार
एक दिन और
कल चले जाना

बैठ कर उसके पास
मन में उमग आता
छायादार पेड़
जहाँ सुस्ताता कुछ पल

वापस लौटता मेरे शहर
इस विश्वास के साथ
कि फ़ालतू नहीं मैं
मेरा भी कुछ मूल्य है
कमसे कम एक स्त्री है
जो मेरा सही मूल्य पहचानती है