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हमारे प्यार का सपना भी आज टूट न जाय / गुलाब खंडेलवाल
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,
20:12, 11 अगस्त 2011
जो देखने से ही पड़ता है आइने में बाल
लो, देखने से भी बाज़ आये आज
,
टूट न जाय
है दिल की ज़िद तो यही, ख़ुद को भी लुटा के रहे
Vibhajhalani
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