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"मुबारक हो नया साल / नागार्जुन" के अवतरणों में अंतर

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फलाँ-फलाँ इलाके में पड़ा है अकाल
 
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खुसुर-पुसुर करते हैं, ख़ुश हैं बनिया-बकाल
 
खुसुर-पुसुर करते हैं, ख़ुश हैं बनिया-बकाल
 
 
छ्लकती ही रहेगी हमदर्दी साँझ-सकाल
 
छ्लकती ही रहेगी हमदर्दी साँझ-सकाल
 
 
--अनाज रहेगा खत्तियों में बन्द !
 
--अनाज रहेगा खत्तियों में बन्द !
 
  
 
हड्डियों के ढेर पर है सफ़ेद ऊन की शाल...
 
हड्डियों के ढेर पर है सफ़ेद ऊन की शाल...
 
 
अब के भी बैलों की ही गलेगी दाल !
 
अब के भी बैलों की ही गलेगी दाल !
 
 
पाटिल-रेड्डी-घोष बजाएँगे गाल...
 
पाटिल-रेड्डी-घोष बजाएँगे गाल...
 
 
--थामेंगे डालरी कमंद !
 
--थामेंगे डालरी कमंद !
 
  
 
बत्तख हों, बगले हों, मेंढक हों, मराल
 
बत्तख हों, बगले हों, मेंढक हों, मराल
 
 
पूछिए चलकर वोटरों से मिजाज का हाल
 
पूछिए चलकर वोटरों से मिजाज का हाल
 
 
मिला टिकट ? आपको मुबारक हो नया साल
 
मिला टिकट ? आपको मुबारक हो नया साल
 
 
--अब तो बाँटिए मित्रों में कलाकंद !
 
--अब तो बाँटिए मित्रों में कलाकंद !
  
  
(1967 में रचित)
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'''(1967 में रचित)
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02:03, 9 मई 2009 का अवतरण

फलाँ-फलाँ इलाके में पड़ा है अकाल
खुसुर-पुसुर करते हैं, ख़ुश हैं बनिया-बकाल
छ्लकती ही रहेगी हमदर्दी साँझ-सकाल
--अनाज रहेगा खत्तियों में बन्द !

हड्डियों के ढेर पर है सफ़ेद ऊन की शाल...
अब के भी बैलों की ही गलेगी दाल !
पाटिल-रेड्डी-घोष बजाएँगे गाल...
--थामेंगे डालरी कमंद !

बत्तख हों, बगले हों, मेंढक हों, मराल
पूछिए चलकर वोटरों से मिजाज का हाल
मिला टिकट ? आपको मुबारक हो नया साल
--अब तो बाँटिए मित्रों में कलाकंद !


(1967 में रचित)