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चुड़का सोरेन से / निर्मला पुतुल
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00:19, 6 फ़रवरी 2011
पढ़ाने-लिखाने का सपना दिखाकर दिल्ली ले भागा
और आनन्द-भोगियों के हाथ बेच दिया
और हाँ पहचानो !
अपने ही बीच की उस कई-कई ऊँची सैण्डिल वाली
अनिल जनविजय
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