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"जाना है / अरुण कमल" के अवतरणों में अंतर

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01:26, 19 मई 2008 का अवतरण


पहले भी देखा था यह फल

सूँघा था

चखा था बहुत बार

बचपन से ही


पर आज पहली बार जब देखा है

डाल पर पकते इस फल को

तभी जाना है असली रंग-स्वाद-गंध

इस छोटे-से फल के

धरती-आकाश तक फैले सम्बन्ध ।