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"विनय कर रही / चन्द्रकुंवर बर्त्वाल" के अवतरणों में अंतर
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21:20, 7 मार्च 2011 के समय का अवतरण
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कहा दयामय ईश्वर ने,
‘ओ पीड़ित नारी !
मुझे ज्ञात है व्यथा तुम्हारे उर की सारी,
तुम कल शाम नदी के
निर्जन तट पर जाना
प्रिय से मिलना
और हृदय की व्यथा मिटाना’