भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"वह दिन / अनिल जनविजय" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
|||
पंक्ति 3: | पंक्ति 3: | ||
|रचनाकार=अनिल जनविजय | |रचनाकार=अनिल जनविजय | ||
}} | }} | ||
− | + | <Poem> | |
− | + | ||
उचकी वह पंजों पर थोड़ा-सा | उचकी वह पंजों पर थोड़ा-सा | ||
− | |||
फिर मेरी ओर होंठ बढ़ाए | फिर मेरी ओर होंठ बढ़ाए | ||
− | |||
चूमा उसे मैं ने यों, ज्यों मारा कोड़ा-सा | चूमा उसे मैं ने यों, ज्यों मारा कोड़ा-सा | ||
− | |||
यह अहम हमारा हमें लड़ाए | यह अहम हमारा हमें लड़ाए | ||
− | |||
फिर झरने लगे आँसू वहाँ निरंतर | फिर झरने लगे आँसू वहाँ निरंतर | ||
− | |||
धुल गए बोझल से वे पल-छिन | धुल गए बोझल से वे पल-छिन | ||
− | |||
सावन की बारिश में निःस्वर | सावन की बारिश में निःस्वर | ||
− | |||
डूब गया वह उदास दिन | डूब गया वह उदास दिन | ||
− | |||
(2006 में रचित) | (2006 में रचित) | ||
+ | </poem> |
02:38, 4 फ़रवरी 2009 का अवतरण
उचकी वह पंजों पर थोड़ा-सा
फिर मेरी ओर होंठ बढ़ाए
चूमा उसे मैं ने यों, ज्यों मारा कोड़ा-सा
यह अहम हमारा हमें लड़ाए
फिर झरने लगे आँसू वहाँ निरंतर
धुल गए बोझल से वे पल-छिन
सावन की बारिश में निःस्वर
डूब गया वह उदास दिन
(2006 में रचित)