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"आदिल रशीद / परिचय" के अवतरणों में अंतर

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जन्म तिथि : 25 दिसंबर 1967  
 
जन्म तिथि : 25 दिसंबर 1967  
  
जन्म स्थान : कालागढ़, जिला पौड़ी-गढ़वाल, उत्तराखंड, भारत।  
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जन्म स्थान : C-824,वर्क चार्ज कालोनी निकट यूनियन दफ्तर
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पैतृक गाँव तिलहर, शाहजहाँपुर जहाँ  अशफाकउल्ला खाँ ,राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, कमर रईस,  
 
पैतृक गाँव तिलहर, शाहजहाँपुर जहाँ  अशफाकउल्ला खाँ ,राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, कमर रईस,  
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गुरु पिताश्री  स्वर्गीय अब्दुल रशीद, महबूब हसन खाँ नय्यर तिलहरी जो दिल शाहजहाँपुरी  
 
गुरु पिताश्री  स्वर्गीय अब्दुल रशीद, महबूब हसन खाँ नय्यर तिलहरी जो दिल शाहजहाँपुरी  
 
के शिष्य थे एवं ताहिर तिलहरी ।
 
के शिष्य थे एवं ताहिर तिलहरी ।
विशेष उपलब्धि : हिंदी-उर्दू की पहली मुहावरा-ग़ज़ल कहने का सौभाग्य प्राप्त किया ।               
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विशेष उपलब्धि : हिंदी उर्दू में म्रत्यु की कगार पर पहुंचे मुहावरों को जो भारतीय साहित्य की अनमोल धरोहर हैं को काव्य में जीवित करने के लिए प्रयत्नशील हैं । 
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हिंदी-उर्दू की पहली मुहावरा-ग़ज़ल कहने का सौभाग्य प्राप्त किया ।
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एक ही कविता व ग़ज़ल में सब से अधिक मुहावरों का प्रयोग करने का कीर्तिमान भी आपके ही नाम है जिसके लिए उन्हें कई पुरुस्कार प्राप्त हुए                
 
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11:52, 28 जुलाई 2011 का अवतरण

आदिल रशीद
पिता का नाम : स्वर्गीय अब्दुल रशीद जो उर्दू शायरी के आलोचक ( नक्काद )थे

जन्म तिथि : 25 दिसंबर 1967

जन्म स्थान : C-824,वर्क चार्ज कालोनी निकट यूनियन दफ्तर
            कालागढ़, जिला पौड़ी-गढ़वाल, उत्तराखंड, भारत।

पैतृक गाँव तिलहर, शाहजहाँपुर जहाँ अशफाकउल्ला खाँ ,राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, कमर रईस,
दिल शाहजहाँपुरी, शबनम रोमानी, अख्तर तिलहरी जैसे फ़नकार पैदा हुए ।

गुरु पिताश्री स्वर्गीय अब्दुल रशीद, महबूब हसन खाँ नय्यर तिलहरी जो दिल शाहजहाँपुरी
के शिष्य थे एवं ताहिर तिलहरी ।
विशेष उपलब्धि : हिंदी उर्दू में म्रत्यु की कगार पर पहुंचे मुहावरों को जो भारतीय साहित्य की अनमोल धरोहर हैं को काव्य में जीवित करने के लिए प्रयत्नशील हैं ।
हिंदी-उर्दू की पहली मुहावरा-ग़ज़ल कहने का सौभाग्य प्राप्त किया ।
एक ही कविता व ग़ज़ल में सब से अधिक मुहावरों का प्रयोग करने का कीर्तिमान भी आपके ही नाम है जिसके लिए उन्हें कई पुरुस्कार प्राप्त हुए