Changes

छलकता और ही उनपर है आज प्यार का रंग
किसी ने किसीने दूध में केसर मिलाके छोड़ दिया
भले ही प्यार ने हमको बना दिया था गुलाब
उन्होंने आँख का काँटा बनाके छोड़ दिया
<poem>
2,913
edits