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"साथ बहे ख़ुशबू के / रमेश रंजक" के अवतरणों में अंतर
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पनडुब्बी हो जाना | पनडुब्बी हो जाना | ||
− | + | ख़ुद को फैला लेना | |
− | + | लहरों के झूलों पर | |
− | + | खिंच कर लगा लेना | |
− | + | गीतों का सिरहाना | |
रातों भर साथ बहे ख़ुशबू के | रातों भर साथ बहे ख़ुशबू के | ||
ऊबे बिन | ऊबे बिन | ||
− | + | डूबे दिन | |
जाने क्यों सुधियाए दिन डूबे । | जाने क्यों सुधियाए दिन डूबे । | ||
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12:06, 19 दिसम्बर 2011 के समय का अवतरण
दिन डूबे
जाने क्यों सुधियाए दिन डूबे ।
बारी-बारी भारी
तस्वीरों का आना
फिर गहरे सागर में
पनडुब्बी हो जाना
ख़ुद को फैला लेना
लहरों के झूलों पर
खिंच कर लगा लेना
गीतों का सिरहाना
रातों भर साथ बहे ख़ुशबू के
ऊबे बिन
डूबे दिन
जाने क्यों सुधियाए दिन डूबे ।