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11:04, 11 मार्च 2015 का अवतरण
एक अदहन हमारे अन्दर
रचनाकार | अभिज्ञात |
---|---|
प्रकाशक | नाद प्रकाशन, 2 महात्मा गांधी रोड, टीटागढ़, कोलकाता - 700119 |
वर्ष | 1990 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | कविता |
पृष्ठ | 32 |
ISBN | |
विविध |
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- फूटती हैं कोपलें / अभिज्ञात
- रेह में कल्ले / अभिज्ञात
- कविताएँ दाँत नहीं हैं / अभिज्ञात
- क्यों लगते हो अच्छे केदारनाथ सिंह? / अभिज्ञात
- एक अदहन हमारे अन्दर (कविता) / अभिज्ञात
- सच के पास आदमी नहीं है (कविता) / अभिज्ञात
- विश्वस्त गवाही (कविता) / अभिज्ञात
- अपने भी विरुद्ध (कविता) / अभिज्ञात
- मैं ठूँठ नहीं होना चाहता (कविता) / अभिज्ञात
- शिलालेख और आदमी (कविता) / अभिज्ञात
- खुली छत (कविता) / अभिज्ञात
- आदमी के मांस की गंध (कविता) / अभिज्ञात
- मल्लाहनामा (कविता) / अभिज्ञात
- स्नानागार की सभ्यता (कविता) / अभिज्ञात
- आसमान की पीठ (कविता) / अभिज्ञात
- तख़्तपरस्त की दृष्टि में लोकतंत्र (कविता) / अभिज्ञात
- प्रार्थना करो (कविता) / अभिज्ञात
- झाग बह नहीं पाती (कविता) / अभिज्ञात
- हाथों के लिए (कविता) / अभिज्ञात
- गांव की चिट्ठी (कविता) / अभिज्ञात
- आदमी बचा रहना चाहे तो (कविता) / अभिज्ञात