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"इस बाँट परी सुधि / घनानंद" के अवतरणों में अंतर

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इन बाट परी सुधि रावरे भूलनि,
 
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कैसे   उराहनौ   दीजिए   जू .
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इक आस तिहारी सों जीजै सदा,
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घन चातक की गति लीजिए जू.
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अब तौ सब सीस चढाये लई,
 
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जु कछु मन भाई सो कीजिये जू.
 
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‘घनआनन्द’ जीवन -प्रान सुजान,
 
‘घनआनन्द’ जीवन -प्रान सुजान,
तिहारिये बातनि जीजिये जू .
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तिहारिये बातनि जीजिये जू.
  
 
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19:24, 29 अप्रैल 2014 के समय का अवतरण

इन बाट परी सुधि रावरे भूलनि,
कैसे उराहनौ दीजिए जू.
इक आस तिहारी सों जीजै सदा,
घन चातक की गति लीजिए जू.
अब तौ सब सीस चढाये लई,
जु कछु मन भाई सो कीजिये जू.
‘घनआनन्द’ जीवन -प्रान सुजान,
तिहारिये बातनि जीजिये जू.