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लहरों के चिह्न
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रचनाकार | विमल राजस्थानी |
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प्रकाशक | राजस्थानी पुस्तक मन्दिर, बेतिया (बिहार) |
वर्ष | 2007 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | |
पृष्ठ | |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- एक तार हूं मैं भी / विमल राजस्थानी
- लहरों के चिन्ह... / विमल राजस्थानी
- अबोली बीन / विमल राजस्थानी
- चलते-चलते शाम हो गयी / विमल राजस्थानी
- मेरी सांझ / विमल राजस्थानी
- मैं और तुम / विमल राजस्थानी
- जो चतुर हैं ओढ़ लेते हैं अमावस / विमल राजस्थानी
- जिन्दगी की कोख के आघात / विमल राजस्थानी
- जीवन के प्रति / विमल राजस्थानी
- यक्ष-प्रश्न / विमल राजस्थानी
- लौटा लो यह गंध तुम्हारी / विमल राजस्थानी
- मत याचना करो / विमल राजस्थानी
- राही चलता रहा रात भर / विमल राजस्थानी
- प्रिय के पथ पर बिखरो साथ / विमल राजस्थानी
- कहा-अनकहा / विमल राजस्थानी
- यह खिलदंड़ मन / विमल राजस्थानी
- व्यक्तित्व की खोज / विमल राजस्थानी
- पूर्णत्व की याचना / विमल राजस्थानी
- कितनी बार / विमल राजस्थानी
- कितना कठिन / विमल राजस्थानी
- दो अश्रु-चित्र / विमल राजस्थानी
- एक फागुनी गीत / विमल राजस्थानी
- दर्द निःशब्द है / विमल राजस्थानी
- चक्षु खोल निरखता रहा चाँद को / विमल राजस्थानी
- गीत / विमल राजस्थानी
- 1997 के विदा-काल में / विमल राजस्थानी
- वेदना का मौन / विमल राजस्थानी
- ओ ! मेरे घर ! / विमल राजस्थानी
- दीपों का झीलमिल प्रकाश है / विमल राजस्थानी
- चिताग्नि / विमल राजस्थानी
- कितनी जल्दी / विमल राजस्थानी
- रसधार अवनि पर बहने दो / विमल राजस्थानी
- एक छोटी भूल / विमल राजस्थानी
- तन की सुन्दरता क्या होगी / विमल राजस्थानी
- तुम छत पर मत टहलो / विमल राजस्थानी
- तुम कहो तो / विमल राजस्थानी
- पीड़ा-गीत / विमल राजस्थानी
- छोटा साबित हो जाने का भय पालने वालों से / विमल राजस्थानी
- आँसू की रिमझिम थमी नहीं/ विमल राजस्थानी
- आँखें भर-भर आयेंगी ही / विमल राजस्थानी
- उत्तर दर्पण पर अंकित है / विमल राजस्थानी
- मृत्यु के प्रति / विमल राजस्थानी
- ओ जनम-जनम के सहचर / विमल राजस्थानी
- सारी रात जली है बाती / विमल राजस्थानी
- पँखुरी विहीन हुई फूल सी उमरिया / विमल राजस्थानी
- रात में चाँदनी पी रहे हैं / विमल राजस्थानी
- इन्सानियत की रूह / विमल राजस्थानी
- कविता को पनपाओ स्वेद की सुगंध में / विमल राजस्थानी
- अपनी सारी पीर मुझे दो / विमल राजस्थानी
- ऋतु आनन्द विभोर हो गयी / विमल राजस्थानी
- कीर्तिशेष महादेवी के प्रति / विमल राजस्थानी
- किस लिये, किनके लिये / विमल राजस्थानी
- मेरा मन नाचा किया सदा / विमल राजस्थानी
- तुम और मैं / विमल राजस्थानी
- प्राची में उषा मुस्काये / विमल राजस्थानी
- मिलती नहीं बूँद चातक को / विमल राजस्थानी
- बोले स्वर में जग की पीड़ा / विमल राजस्थानी
- तुम बदलोगे-युग बदलेगा / विमल राजस्थानी
- नियति के प्रति / विमल राजस्थानी
- तिमिर के पन्ने / विमल राजस्थानी
- फूँक दिया मण्डप प्राणों का / विमल राजस्थानी
- मत रोको / विमल राजस्थानी
- कब तक / विमल राजस्थानी
- दरवाजे पर उगे नीम ने / विमल राजस्थानी
- प्रयाण-गीत / विमल राजस्थानी
- आँसू जो पन्नों पर झरते / विमल राजस्थानी
- बूँद-बूँद चुक रहा तेल है / विमल राजस्थानी
- घर-घर की सीता भयभीता / विमल राजस्थानी
- चेतना खड्ग का पानी है / विमल राजस्थानी
- ओ मरण ! मरेगा कब तू / विमल राजस्थानी
- अभी चुका नहीं हूँ मैं / विमल राजस्थानी
- बेटा / विमल राजस्थानी
- बेटी / विमल राजस्थानी
- अच्छा लगता है / विमल राजस्थानी
- बोधि-गीत / विमल राजस्थानी
- अग्नि का सौन्दर्य / विमल राजस्थानी
- बटोही / विमल राजस्थानी
- आत्म कथ्य / विमल राजस्थानी
- अलविदा / विमल राजस्थानी