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+ | * [[कहते हैं लोग शहर तो ये भी ख़ुदा का है / असअद' बदायुनी]] | ||
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+ | * [[मेरे लोग ख़ेमा-ए-सब्र में मेरे शहर गर्द-ए-मलाल में / असअद' बदायुनी]] | ||
+ | * [[मेरे शजर तुझे मौसम नया बनाते रहें / असअद' बदायुनी]] | ||
+ | * [[मेरी अना मेरे दुश्मन को ताज़ियाना है / असअद' बदायुनी]] |
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'असअद' बदायुनी
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जन्म | 1958 |
---|---|
निधन | 2003 |
जन्म स्थान | बदायुँ |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
असअद' बदायुनी / परिचय |
- मुझे भी वहशत-ए-सहरा पुकार मैं भी हूँ / असअद' बदायुनी
- पोशीदा क्यूं है तूर पे जलवा दिखा के देख / असअद' बदायुनी
- रोशनी में किस क़दर दीवार ओ दर अच्छे लगे / असअद' बदायुनी
- सब इक चराग़ के परवाने होना चाहते हैं / असअद' बदायुनी
- शाख़ से फूल से क्या उस का पता पूछती है / असअद' बदायुनी
- सुख़न-वरी का बहाना बनाता रहता हूँ / असअद' बदायुनी
- अभी ज़मीन को सौदा बहुत सरों का है / असअद' बदायुनी
- अजब दिन थे के इन आँखों में कोई ख़्वाब रहता था / असअद' बदायुनी
- वो एक नाम जो दरिया भी है किनारा भी / असअद' बदायुनी
- बिछड़ के तुझ से किसी दूसरे पे मरना है / असअद' बदायुनी
- गाँव की आँख से बस्ती की नज़र से देखा / असअद' बदायुनी
- जिसे न मेरी उदासी का कुछ ख़याल आया / असअद' बदायुनी
- जो अक्स-ए-यार तह-ए-आब देख सकते हैं / असअद' बदायुनी
- कहते हैं लोग शहर तो ये भी ख़ुदा का है / असअद' बदायुनी
- मौसम-ए-हिज्र तो दाएम है न रुख़्सत होगा / असअद' बदायुनी
- मेरे लोग ख़ेमा-ए-सब्र में मेरे शहर गर्द-ए-मलाल में / असअद' बदायुनी
- मेरे शजर तुझे मौसम नया बनाते रहें / असअद' बदायुनी
- मेरी अना मेरे दुश्मन को ताज़ियाना है / असअद' बदायुनी