|जन्मस्थान=--ग्राम रोहता, आगरा, उत्तर प्रदेश
|मृत्यु=29 अगस्त 1998
|कृतियाँ=--क्रौंचवध,सत्य की जीत(खंडकाव्य), दीपक, गीतगंगा, बाल काव्य कृतियॉं: वीर तुम बढे चलो, हम सब सुमन एक उपवन के, सोने की कुल्हाड़ी, कातो और गाओ, सूरज सा चमकूँ मैं, बाल गीतायन, द्वारिकाप्रसाद माहेश्वरी रचनावली(3 खंडों में: संपादन: डॉ.ओम निश्चल, डॉ.विनोद माहेश्वर)|विविध=--टैक्स्ट बुक:प्लानिंग एंड प्रिपेरेशन,उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा बाल साहित्य भारती पुरस्कार से सम्मानित|अंग्रेज़ीनाम=Dwarika Prasad Maheshwari, Dwarka Prasad Maheshwari, Dwarikaprasad Maheshwari
|जीवनी=[[द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी / परिचय]]
|shorturl=dpmaheshwari
}}
{{KKCatUttarPradesh}}
'''====कविता संग्रह'''====
* '''[[फूल और शूल / द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी]]'''
'''====खंडकाव्य'''====
* '''[[सत्य की जीत / द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी]]'''
* '''[[क्रौंचवध / द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी]]'''
'''====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ'''<sort class="ul" order="asc">==
* [[वीर तुम बढ़े चलो / द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी]]
* [[माँ! यह वसंत ऋतुराज री! / द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी]]
* [[यदि होता किन्नर नरेश मैं / द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी]]
* [[उठो लाल अब आँखे खोलो / द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी]]
</sort>