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+ | * [[वो रिंद क्या के जो पीते हैं बे-ख़ुदी के लिए / 'बाकर' मेंहदी]] |
06:36, 14 जुलाई 2013 का अवतरण
'बाकर' मेंहदी
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जन्म | 1927 |
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जन्म स्थान | रूदौली |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
'बाकर' मेंहदी / परिचय |
- अब ख़ानमाँ-ख़राब की मंज़िल यहाँ नहीं / 'बाकर' मेंहदी
- और कोई जो सुने ख़ून के आँसू रोए / 'बाकर' मेंहदी
- बदल के रख देंगे ये तसव्वुर के आदमी का वक़ार क्या है / 'बाकर' मेंहदी
- चाहा बहुत के इश्क़ की फिर इब्तिदा न हो / 'बाकर' मेंहदी
- दर्द-ए-दिल आज भी है जोश-ए-वफ़ा आज भी है / 'बाकर' मेंहदी
- दुश्मन-ए-जाँ कोई बना ही नहीं / 'बाकर' मेंहदी
- हज़ार चाहा लगाएँ किसी से दिल लेकिन / 'बाकर' मेंहदी
- इस दर्ज़ा हुआ ख़ुश के डरा दिल से बहुत मैं / 'बाकर' मेंहदी
- इश्क की सारी बातें ऐ दिल पागल-पन की बातें हैं / 'बाकर' मेंहदी
- जो ज़माने का हम-ज़बाँ न रहा / 'बाकर' मेंहदी
- क्या ख़बर थी के कभी बे-सर-ओ-सामाँ होंगे / 'बाकर' मेंहदी
- क्या क्या नहीं किया मगर उन पर असर नहीं / 'बाकर' मेंहदी
- लरज़ लरज़ के न टूटें तो वो सितारे क्या / 'बाकर' मेंहदी
- महफिलों में जा के घबराया किये / 'बाकर' मेंहदी
- वो रिंद क्या के जो पीते हैं बे-ख़ुदी के लिए / 'बाकर' मेंहदी