भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"जगत मोहन लाल 'रवाँ'" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(→ग़ज़लें) |
Sharda suman (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
|नाम=जगत मोहन लाल 'रवाँ' | |नाम=जगत मोहन लाल 'रवाँ' | ||
|उपनाम= | |उपनाम= | ||
− | |जन्म=1889 | + | |जन्म=14 जनवरी 1889 |
− | |जन्मस्थान= | + | |जन्मस्थान=उत्तरप्रदेश |
− | |मृत्यु=1934 | + | |मृत्यु=26 सितम्बर 1934 |
|कृतियाँ= | |कृतियाँ= | ||
|विविध= | |विविध= | ||
पंक्ति 13: | पंक्ति 13: | ||
|जीवनी=[[जगत मोहन लाल 'रवाँ' / परिचय]] | |जीवनी=[[जगत मोहन लाल 'रवाँ' / परिचय]] | ||
}} | }} | ||
+ | {{KKCatUttarPradesh}} | ||
{{KKShayar}} | {{KKShayar}} | ||
====ग़ज़लें==== | ====ग़ज़लें==== |
12:54, 26 जुलाई 2020 के समय का अवतरण
जगत मोहन लाल 'रवाँ'
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | 14 जनवरी 1889 |
---|---|
निधन | 26 सितम्बर 1934 |
जन्म स्थान | उत्तरप्रदेश |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
जगत मोहन लाल 'रवाँ' / परिचय |
ग़ज़लें
- गुल-ए-वीराना हूँ कोई नहीं है क़द्र-दाँ मेरा / जगत मोहन लाल 'रवाँ'
- होता तो वही जो कुछ क़िस्मत में लिखा होता / जगत मोहन लाल 'रवाँ'
- इसी हवस में के हो उस हसीन के क़ाबिल / जगत मोहन लाल 'रवाँ'
- जीने में थी न नज़ा के रंज ओ महान में थी / जगत मोहन लाल 'रवाँ'
- किसी तरह न मेरे दिल को जब क़रार आए / जगत मोहन लाल 'रवाँ'
- निकल जाए यूँही फ़ुर्कत में दम क्या / जगत मोहन लाल 'रवाँ'
- राह ओ रस्म-ए-इब्तिदाई देख ली / जगत मोहन लाल 'रवाँ'
- ‘रवाँ’ किस को ख़बर उनवान-ए-आग़ाज़-ए-जहाँ क्या था / जगत मोहन लाल 'रवाँ'
- सब को गुमान भी के मैं आगाह-ए-राज़ था / जगत मोहन लाल 'रवाँ'
- शहीद-ए-याब ही वजह-ए-हुसूल-ए-मुद्दा भी है / जगत मोहन लाल 'रवाँ'
- तक़दीर जब मुआविन-ए-तदबीर हो गई / जगत मोहन लाल 'रवाँ'
- वो ख़ुश हो के मुझ से ख़फा हो गया / जगत मोहन लाल 'रवाँ'
- या रब न हो किसी को यूँ हिर्स-ए-आरजू भी / जगत मोहन लाल 'रवाँ'
- यूँही गर साँस में थोड़ी कमी हो जाएगी / जगत मोहन लाल 'रवाँ'
- ज़ाए है नक़द-ए-हस्ती बर्बाद-ए-गुफ़्तगू हूँ / जगत मोहन लाल 'रवाँ'