भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सलमान अख़्तर" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
('{{KKGlobal}} {{KKParichay |चित्र=Salman_akthar.jpg |नाम=सलमान अख़्तर |उपनाम= |जन...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
(→ग़ज़लें) |
||
पंक्ति 15: | पंक्ति 15: | ||
{{KKShayar}} | {{KKShayar}} | ||
====ग़ज़लें==== | ====ग़ज़लें==== | ||
− | * [[ / सलमान अख़्तर]] | + | * [[दोस्ती कुछ नहीं उल्फ़त का सिला कुछ भी नहीं / सलमान अख़्तर]] |
+ | * [[जागते में भी ख़्वाब देखे हैं / सलमान अख़्तर]] | ||
+ | * [[जीना अज़ाब क्यूँ है ये क्या हो गया मुझे / सलमान अख़्तर]] | ||
+ | * [[कहो तो आज बता दें तुम्हें हक़ीकत भी / सलमान अख़्तर]] | ||
+ | * [[ख़्वाबों के आसरे पे बहुत दिन जिए हो तुम / सलमान अख़्तर]] | ||
+ | * [[तेग़ खींचे हुए खड़ा क्या है / सलमान अख़्तर]] | ||
+ | * [[ये तमन्ना है के अब और तमन्ना न करें / सलमान अख़्तर]] |
20:39, 17 अगस्त 2013 का अवतरण
सलमान अख़्तर
जन्म | 1946 |
---|---|
जन्म स्थान | लखनऊ, उत्तरप्रदेश,भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
कू—ब—कू, दूसरा घर, नदी के पार | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
सलमान अख़्तर / परिचय |
ग़ज़लें
- दोस्ती कुछ नहीं उल्फ़त का सिला कुछ भी नहीं / सलमान अख़्तर
- जागते में भी ख़्वाब देखे हैं / सलमान अख़्तर
- जीना अज़ाब क्यूँ है ये क्या हो गया मुझे / सलमान अख़्तर
- कहो तो आज बता दें तुम्हें हक़ीकत भी / सलमान अख़्तर
- ख़्वाबों के आसरे पे बहुत दिन जिए हो तुम / सलमान अख़्तर
- तेग़ खींचे हुए खड़ा क्या है / सलमान अख़्तर
- ये तमन्ना है के अब और तमन्ना न करें / सलमान अख़्तर