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"हे राम ! / रामकुमार कृषक" के अवतरणों में अंतर
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तुम्हारे नाम की हो रही है लूट | तुम्हारे नाम की हो रही है लूट | ||
− | + | हे राम ! | |
तुम्हारे नाम को जप रहा है झूठ | तुम्हारे नाम को जप रहा है झूठ | ||
− | + | हे राम ! | |
− | तुम्हारे नाम से भर रहे हैं | + | तुम्हारे नाम से भर रहे हैं पेट |
− | + | हे राम ! | |
तुम्हारे नाम पर ठग रहे हैं सेठ | तुम्हारे नाम पर ठग रहे हैं सेठ | ||
− | + | हे राम ! | |
− | तुम्हारे नाम पर सजे हैं बाज़ार | + | तुम्हारे नाम पर सजे हुए हैं बाज़ार |
− | + | हे राम ! | |
− | तुम्हारे नाम पर डाकू भी | + | तुम्हारे नाम पर जम गया है ब्योपार |
− | + | हे राम ! | |
− | तुम्हारे नाम की महिमा | + | तुम्हारे नाम पर डाकू भी सन्त |
− | + | हे राम ! | |
+ | तुम्हारे नाम की महिमा है अनन्त | ||
+ | हे राम ! | ||
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20:34, 23 सितम्बर 2020 का अवतरण
तुम्हारे नाम की हो रही है लूट
हे राम !
तुम्हारे नाम को जप रहा है झूठ
हे राम !
तुम्हारे नाम से भर रहे हैं पेट
हे राम !
तुम्हारे नाम पर ठग रहे हैं सेठ
हे राम !
तुम्हारे नाम पर सजे हुए हैं बाज़ार
हे राम !
तुम्हारे नाम पर जम गया है ब्योपार
हे राम !
तुम्हारे नाम पर डाकू भी सन्त
हे राम !
तुम्हारे नाम की महिमा है अनन्त
हे राम !