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"थोड़ा-सा नीर पिला दै / हरियाणवी" के अवतरणों में अंतर
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अरे तूँ भले घराँ की दीखै, तन्ने जन्म लिया टोटे मैं | अरे तूँ भले घराँ की दीखै, तन्ने जन्म लिया टोटे मैं | ||
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21:18, 12 जुलाई 2008 का अवतरण
♦ रचनाकार: अज्ञात
थोड़ा-सा नीर पिला दै, बाकी घाल मेरे लोटे मैं
अरे तूँ भले घराँ की दीखै, तन्ने जन्म लिया टोटे मैं
तू मेरे साथ होले गैल, दामण मढ़वा दिऊँ घोटै मैं !
भावार्थ
--'थोड़ा-सा पानी मुझे पिला दे, बाकी मेरे लोटे में डाल दे । अरी ओ, तू तो भले घर की लगती है, लेकिन
ऎसा लगता है जैसे तेरा जन्म बड़े ग़रीब घर में हुआ है । चल, मेरे साथ चल । मैं तेरे लहंगे को गोटे से मढ़वा
दूंगा ।