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"ईसुरी की फाग-8 / बुन्देली" के अवतरणों में अंतर

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ऎंगर बैठ लेओ कछु काने, काम जनम भर रानें
 
ऎंगर बैठ लेओ कछु काने, काम जनम भर रानें

18:25, 13 जुलाई 2008 का अवतरण

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

ऎंगर बैठ लेओ कछु काने, काम जनम भर रानें

सबखाँ लागौ रात जियत भर, जौ नइँ कभऊँ बड़ानें

करियो काम घरी भर रै कैं,बिगर कछु नइँ जानें

ई धंधे के बीच 'ईसुरी' करत-करत मर जानें ।