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"ठाकुर जी भोले हैं / महादेवी वर्मा" के अवतरणों में अंतर

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16:49, 1 सितम्बर 2015 के समय का अवतरण

ठंडे पानी से नहलातीं,
ठंडा चंदन इन्हें लगातीं,
इनका भोग हमें दे जातीं,
फिर भी कभी नहीं बोले हैं।
माँ के ठाकुर जी भोले हैं।