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"अल्हड़ बीकानेरी / काका हाथरसी" के अवतरणों में अंतर

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‘श्यामलाल’ क्यों रख दिया, घरवालों ने नाम।<br>
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अल्हड़ जी का स्वर मधुर, गोरा-चिट्टा चाम।
घर वालों ने नाम, ‘शकीला’ पीटे ताली।<br>
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‘श्यामलाल’ क्यों रख दिया, घरवालों ने नाम।
हमको दे दो, मूँगफली वाली कव्वाली।<br>
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घर वालों ने नाम, ‘शकीला’ पीटे ताली।
इसे मंच पर गाने में जो होगी इनकम।<br>
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हमको दे दो, मूँगफली वाली कव्वाली।
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आधी तुम ले लेना, आधी ले लेंगे हम।
 
आधी तुम ले लेना, आधी ले लेंगे हम।
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00:34, 29 अक्टूबर 2009 के समय का अवतरण

अल्हड़ जी का स्वर मधुर, गोरा-चिट्टा चाम।
‘श्यामलाल’ क्यों रख दिया, घरवालों ने नाम।
घर वालों ने नाम, ‘शकीला’ पीटे ताली।
हमको दे दो, मूँगफली वाली कव्वाली।
इसे मंच पर गाने में जो होगी इनकम।
आधी तुम ले लेना, आधी ले लेंगे हम।