भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"विपना नभई बाँचिदिने / दिव्य खालिङ" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=गोपाल योञ्जन |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KK...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

00:35, 8 जुलाई 2017 का अवतरण


विपना नभई बाँचिदिने मभित्रका मेरा सपना
म मरे पनि रहिदिने मेरा प्यारा प्यारा सपना

आँशुसितै पग्ली झर्ने हाँसोभित्रै खेलिरहने
प्रीत नपाई रोजी हिँड्ने ती अधुरा मेरा सपना

भावनामा अल्झिरहने कल्पनामा बल्झिरहने
जीवन नपाई खोजिहिँड्ने ती पुराना मेरा सपना