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"और मलो / डी. एम. मिश्र" के अवतरणों में अंतर

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14:19, 1 जनवरी 2017 के समय का अवतरण

और मलो
और मलो
जितना मलोगे
रोशनी और साफ होगी

रोशनी एक रंग
या एक
तीव्रता की हो
कहाँ संभव
जो घट-बढ़ न सके
या केवल
दूधिया रहे

यदि रोशनी
एक रंग की होती
तेा अन्धेरा भी
तरह - तरह का न होता