भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) |
Sharda suman (चर्चा | योगदान) (→इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ) |
||
पंक्ति 14: | पंक्ति 14: | ||
}} | }} | ||
====इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ==== | ====इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ==== | ||
+ | '''माँ के आँसू''' | ||
* [[अब भी रूला जाते हैं माँ के आँसू / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[अब भी रूला जाते हैं माँ के आँसू / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
* [[वसीयतें रेत और मिट्टी की / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[वसीयतें रेत और मिट्टी की / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
पंक्ति 20: | पंक्ति 21: | ||
* [[वह एक माँ / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[वह एक माँ / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
* [[अगर उनकी माँ होती / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[अगर उनकी माँ होती / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
+ | '''सूरज की बेटी''' | ||
* [[सूरज की बेटी / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[सूरज की बेटी / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
* [[रोटियों की सरहदें / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[रोटियों की सरहदें / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
पंक्ति 26: | पंक्ति 28: | ||
* [[आधी मर गयी औरत / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[आधी मर गयी औरत / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
* [[मैं क्षमा चाहती हूँ / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[मैं क्षमा चाहती हूँ / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
+ | '''भूख का गणित''' | ||
* [[भूख का गणित / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[भूख का गणित / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
* [[रोटियों की हिस्सेदारी / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[रोटियों की हिस्सेदारी / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
* [[तुम्हें इतना बुरा क्यों लगा? / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[तुम्हें इतना बुरा क्यों लगा? / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
* [[सफर एक झुग्गी से, दूसरी झुग्गी तक का / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[सफर एक झुग्गी से, दूसरी झुग्गी तक का / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
+ | '''रोटियों के चाँद''' | ||
* [[भूख की खाईयाँ / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[भूख की खाईयाँ / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
* [[वह अगला महीना कभी नहीं आया / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[वह अगला महीना कभी नहीं आया / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
पंक्ति 35: | पंक्ति 39: | ||
* [[अभावों की यात्रा / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[अभावों की यात्रा / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
* [[अभावों से भरा अस्ताचल / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[अभावों से भरा अस्ताचल / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
+ | '''मेहनतकश औरतों की पाती''' | ||
* [[व्यथा एक महिला अधिकारी की / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[व्यथा एक महिला अधिकारी की / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
* [[मेहनतकश औरतों की पाती / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[मेहनतकश औरतों की पाती / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
पंक्ति 41: | पंक्ति 46: | ||
* [[पीड़ाएं पूछ लीं / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[पीड़ाएं पूछ लीं / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
* [[विज्ञापनों में औरत / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[विज्ञापनों में औरत / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
+ | '''वैधव्य से वैधव्य तक''' | ||
* [[कंधों पर झेल लिये / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[कंधों पर झेल लिये / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
* [[वैधव्य और वसंत / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[वैधव्य और वसंत / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
पंक्ति 47: | पंक्ति 53: | ||
* [[प्रतिकार सम्वेदनाओं का / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[प्रतिकार सम्वेदनाओं का / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
* [[लहराती पतंग / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[लहराती पतंग / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
+ | '''दूसरी औरत''' | ||
* [[पहली औरत / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[पहली औरत / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
* [[एक फुलझड़ी कहकर / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[एक फुलझड़ी कहकर / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
पंक्ति 53: | पंक्ति 60: | ||
* [[तुम अकेले नहीं हो / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[तुम अकेले नहीं हो / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
* [[तुम अकेली नहीं हो / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[तुम अकेली नहीं हो / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
+ | '''बर्बरता का कद''' | ||
* [[मैं औरत कहाँ हूँ / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[मैं औरत कहाँ हूँ / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | ||
* [[पशु और औरत / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] | * [[पशु और औरत / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी]] |
15:14, 1 मई 2017 का अवतरण
औरत होने की सज़ा
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार | महेश सन्तोषी |
---|---|
प्रकाशक | |
वर्ष | |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | |
पृष्ठ | |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
माँ के आँसू
- अब भी रूला जाते हैं माँ के आँसू / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- वसीयतें रेत और मिट्टी की / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- बर्तन माँजते माँजते ही / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- मैक्सिको की वह माँ / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- वह एक माँ / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- अगर उनकी माँ होती / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
सूरज की बेटी
- सूरज की बेटी / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- रोटियों की सरहदें / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- बर्तन और किताबें / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- मानसिकता / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- आधी मर गयी औरत / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- मैं क्षमा चाहती हूँ / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
भूख का गणित
- भूख का गणित / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- रोटियों की हिस्सेदारी / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- तुम्हें इतना बुरा क्यों लगा? / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- सफर एक झुग्गी से, दूसरी झुग्गी तक का / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
रोटियों के चाँद
- भूख की खाईयाँ / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- वह अगला महीना कभी नहीं आया / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- आटे से पकती हैं / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- अभावों की यात्रा / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- अभावों से भरा अस्ताचल / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
मेहनतकश औरतों की पाती
- व्यथा एक महिला अधिकारी की / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- मेहनतकश औरतों की पाती / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- पापड़ बेलते-बेलते / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- अभावों से होकर / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- पीड़ाएं पूछ लीं / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- विज्ञापनों में औरत / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
वैधव्य से वैधव्य तक
- कंधों पर झेल लिये / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- वैधव्य और वसंत / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- दर्द जब दर्द को / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- मेरे शाब्दिक साक्षी / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- प्रतिकार सम्वेदनाओं का / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- लहराती पतंग / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
दूसरी औरत
- पहली औरत / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- एक फुलझड़ी कहकर / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- अंतर प्यार और व्यापार के बीच का / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- मैं कहाँ दिखी / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- तुम अकेले नहीं हो / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- तुम अकेली नहीं हो / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
बर्बरता का कद
- मैं औरत कहाँ हूँ / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- पशु और औरत / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- अभिव्यक्ति एक अपराबोध की / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- निरावरण आचरण / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- मुलतान से मुमताज की चीख / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- पुरुष होने की शर्म / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी
- औरत होने की सजा / औरत होने की सज़ा / महेश सन्तोषी