भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"योगेन्द्र दत्त शर्मा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (→नवगीत) |
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 15: | पंक्ति 15: | ||
{{KKCatUttarPradesh}} | {{KKCatUttarPradesh}} | ||
__NOTOC__ | __NOTOC__ | ||
− | ==== | + | ====पुस्तकें==== |
− | * '''[[ख़ुशबुओं के दंश / योगेन्द्र दत्त शर्मा]]''' | + | * '''[[ख़ुशबुओं के दंश / योगेन्द्र दत्त शर्मा]]''' (नवगीत-संग्रह) |
− | + | * '''[[नक़ाब का मौसम / योगेन्द्र दत्त शर्मा]]''' (ग़ज़ल-संग्रह) | |
− | * '''[[नक़ाब का मौसम / योगेन्द्र दत्त शर्मा]]''' | + | * '''[[कैसा आए मज़ा / योगेन्द्र दत्त शर्मा]]''' (बाल कविता संग्रह) |
====नवगीत==== | ====नवगीत==== | ||
* [[यह भरा दिन भी / योगेन्द्र दत्त शर्मा]] | * [[यह भरा दिन भी / योगेन्द्र दत्त शर्मा]] | ||
* [[यात्रा पिछत्तर वर्ष की / योगेन्द्र दत्त शर्मा]] | * [[यात्रा पिछत्तर वर्ष की / योगेन्द्र दत्त शर्मा]] | ||
* [[उसी राह में, उसी मोड़ पर / योगेन्द्र दत्त शर्मा]] | * [[उसी राह में, उसी मोड़ पर / योगेन्द्र दत्त शर्मा]] | ||
− | |||
====ग़ज़लें==== | ====ग़ज़लें==== | ||
* [[घर से घर का-सा वास्ता न रहा / योगेन्द्र दत्त शर्मा]] | * [[घर से घर का-सा वास्ता न रहा / योगेन्द्र दत्त शर्मा]] |
17:12, 29 जून 2017 का अवतरण
योगेन्द्र दत्त शर्मा
जन्म | 30 अगस्त 1950 |
---|---|
जन्म स्थान | गाज़ियाबाद, उत्तर प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
ख़ुशबुओं के दंश (नवगीत-संग्रह - 1986), कैसा आए मजा, आए दिन छुट्टी के | |
विविध | |
हिन्दी के एक प्रमुख समकालीन नवगीतकार | |
जीवन परिचय | |
योगेन्द्र दत्त शर्मा / परिचय |
पुस्तकें
- ख़ुशबुओं के दंश / योगेन्द्र दत्त शर्मा (नवगीत-संग्रह)
- नक़ाब का मौसम / योगेन्द्र दत्त शर्मा (ग़ज़ल-संग्रह)
- कैसा आए मज़ा / योगेन्द्र दत्त शर्मा (बाल कविता संग्रह)
नवगीत
- यह भरा दिन भी / योगेन्द्र दत्त शर्मा
- यात्रा पिछत्तर वर्ष की / योगेन्द्र दत्त शर्मा
- उसी राह में, उसी मोड़ पर / योगेन्द्र दत्त शर्मा
ग़ज़लें
- घर से घर का-सा वास्ता न रहा / योगेन्द्र दत्त शर्मा
- तू क्यों सूली चढ़ा जा रहा, क्या तू कोई ईसा है? / योगेन्द्र दत्त शर्मा
- मेहराब थी जो सिर पे, धमक से बिखर गई / योगेन्द्र दत्त शर्मा
- हम जुड़े,पर अवान्छितों की तरह / योगेन्द्र दत्त शर्मा
- चाँदनी, जंगल, मरुस्थल, भीड़, चौराहे, नदी / योगेन्द्र दत्त शर्मा
- आ कि अब मृतप्राय-से-इतिहास को ज़िन्दा करें / योगेन्द्र दत्त शर्मा
- हर तरफ अन्धी सियासत है, बताओ क्या करें ? / योगेन्द्र दत्त शर्मा
- सोच कर बोलता हूँ मैं सबसे / योगेन्द्र दत्त शर्मा
- हर क़दम पर एक क़ौमी गीत गाते जाइए / योगेन्द्र दत्त शर्मा
- जिन्हें सुने तो कोई बेनक़ाब हो जाए / योगेन्द्र दत्त शर्मा