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देसूंटो-7 / नीरज दइया

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[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]
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थारै मांयसाबत राखजे सबदसगळा रंग म्हाराकैयो ना लिखते थूं-हुवै रंग हजारसबदां रै भाग मांयपण कठै-कठैथारै लारैनीं रैयो अठै सबदां रै भाग मांयकोई रंग सांवरासांस सरीखो सुळणो
म्हारा सगळा रंगसबद रैवै निरदोसथारा है सांवराअर थारो अेक रंग म्हैं हूं सांवरादोसवान हुवै अरथ
रंग हुवै न्यारारैवै सबद में अदीठकेई-न्याराकेई अरथ अरथ हुवै न्यारा-न्याराबां रा सबद रीबां रा अरथ बां रा सुपनासांसआर बां रा सांचका अमर आतमा
आभै रै सबदकोस सूं सिरजक खातरआवै सगळा-रा-सगळा सबद में ई हुवै देसअर बां रा सुपनाकांईं खाली हुय सकैपण केईकिणी रै आवण-केई वळाजावण सूंसगळा-रा-सगळा सबदकदैई कोई देसपड़ जिंयां खाली हुय जावै ओछा डीलआतमा रै जावण सूं
नीं पूंगै टैमसरथारो खाली देसजद कोई जोड़ीदारसबद, अरथ अर सुपनोतद लखावैफगत सुपनां खातर ईज नीं ओ है सबदां खातर ईज कायम का बो हैआभै रै आंगणैबगत अठै रो न्यारोकोई जेळबगत बठै रो न्यारो
केई सबदां खातरथूं मांडै बगतसबदकोस ई बण जावैदेख-देखजेळअेकूकी सांस-सांसथारै हिसाब मेंकोनी आवै फरकफाट्यां सांस रैकोनी लागै सांधोकोई री ठाह हुवै अर ठाह नीं हुवै
सबदकोस मांयजद-जद थमै जूणबै भोगै देसूंटोसाथै थम जावैम्हारो देस
जद सबदां नैबिसाई खावै देसतेड़ै सिरजकपाछो मोह उपजावैबै दूर जावै-अर पकड़ हाथ री आंगळीलेय परा अरथ आपो आप रो अरथदौड़ावै ओ देस
म्है हूं सबद थारोका हूं म्हैं कोईजाग है-अरथ थारोओ देसलियां थारो सुपनोअर नींद है-थारो सांचअर थारो ई आधारबो देस
म्हैं दुनिया रैनीं हुवै पतियारो-सबदकोस मांयनींद रोदीसत मांय दीसूंठाह नीं कद आय पूगसाव अरथ-बिहूणोआंख्यां अगाड़ीकाळी नींदकाढती कोईआपरी रागळीभूंडै भेस
अठै आयोछेकड़ जावणो ई पड़ैलाम्हैं अरथ-बिहूणोसुपनो रचैला तेड़ैला थूं म्हनैउदबुदो रागसाव अरथ-बिहूणोकिणी दूजै देसअर गैरी नींद पोढ्यांभळै गुम जावैला चेतोकीं ठाह नीं पडै़लाइण री ठाह हुवैअर ठाह नीं हुवै
म्हनै आभो सूंप्या सबद जे देसम्हैं म्हारी धरतीसूय जावैबीज्या सबद-सबदपग पसारतद धरती सूं मिल्याकोई नीं जाग सकैअरथ-अरथ अरथ मांयला अरथकोई नीं भाग सकै
बिराजै सुपनाम्हारो असली देसउजास थूं ईज है-सांवरा !उमर रै आसणआंगणैसबद री आंख मांयबगत परवाण
जिण देस मांय म्हारै सामीं बदळ्या है-सुपना रो सांस-घर थूं बीसूं बरसउण देस रीपण थारै सामींधरती म्हारीम्है रैवूंसदीव-सदीव टाबरआभो म्हारोसाव टाबर
म्हारै मुलक रै आभै-बगत बसतैमुलकाबायरा आभा ! म्हनै बधायो थूं-राख्या किणी न पतंग री गळाई सगळा सुपना म्हारा
म्हैं करूं जिंयां करैसगळाबगत-रा-सगळा सागी करतब बस्तो लियांदरपण मांयली दुनियाबठै छिब म्हारीअदीठ डोर सूं बंध्योड़ी रैवैनीं लेवै कोई फैसलोम्हैं पूगूं बठै उण लागै म्हनै हरेक देस मांयओ देस अेक दरपण हैइण री ठाह हुवै अर ठाह नीं हुवैस्कूल सांवरा
ओळख कोनीसांस-घर रै आभै रीजोवूं आभो पण बठै है आभोम्हारो बा आभोजिको सूंपै-धणी !सांस नै सांसफगत थूं जाणैअर जिण सूंपावै प्राणम्हारा सुपनाघर रो मारग
जाणूं सुपनां अर सांस सूं अठै मिनखां रा हैथूं ढाळ्यो म्हनैन्यारा-न्यारा नांवओलैन्यारा-छानै न्यारा गांवजद पूग्यो म्हैंसांस रै सुपनै गांवां मांयईज हैथूं फूंक्या प्राणअठै केई-केई गांव
थनै रंगम्हैं नीं जाणूंथारै अदीठ परसदिन च्यार ई सहीसांस रै देस हुयो म्हारो आपरोम्हारी आतमा रो हैकांई कोई सुपनोनांव
पज्योड़ो हूं म्हैं अठैथारै असवाड़ै-पसवाड़ैअजब आडी मांयअेक दुनिया म्हारीथूं नीं रैय सकैआखर री आंख सूंचांकैसर थारैसांस-सांस सोधूथारो रूप
थूं जाणै सबद मांयम्हैं देखूं अरथ थूं है म्हारै देस रोरूप-पैलो सबदपैलो सुपनो पैली सांसअरूप
है धणियाप थारो-थारै जायां पछै सगळै सबदां माथै सुपनां माथै कोई कोनी संभाळ्योअर सांसां माथैइण संभाळण री ठाह हुवैअर ठाह नीं हुवैगत में
सबद म्हनै सुळझावै कोनी हो म्हैं सबद नीं उळझावैझार-झार झर्या म्हारी आंख्यां आंसू-बण परा बै मोती
इण देस अथाह कळपती काया मांयजाणूं कळझळ-कळझळउळझावै अरथ मांय म्हारै कळप्यो थूंअरथ मांयलो अरथ अठै उळझाव अरथ रो हैआवै थारी ओळूं म्हारै तांई ऊपरथळीखोल बगत राकेई-केई किंवाड़िया
उळझावै सुपनामन री धरती माथैसुपनां मांयला सुपनाजूनी बातां रा रंगअठै उळझाव सुपनां रो हैच्यारूंमेर खिंड जावैअर आभै मांयठाह नीं लागैकठै-कणाकांई-कांई मंड जावै
सांस रै उळझाव मांय
नित उळझै
मरै, जीवै, मर-मर नैं जीवै
म्हारै मांयला मिनख
अै सबद है इण दुख मांयजिका भरमावैकेईचांकैसर नीं रैवै-केई वळा लखावैकै खूटग्यो आं रो अरथ मन म्हारोबो म्हैं नीं लेवै सांसमार सकूंअर किणी रै मार्यां ईजमर नीं सकैम्हारै मांय जीवैअर जीवैला-अमर छिब थारी गयो कठैई कानी सैंधी म्हारी !घर छोड आपरोथारी अरूप आतमा !!
पण अरथ नीं जाय सकैओळूं मांय बस्योकठैई छोड सूनोथरो रूप अखंडआपरै सबद-घर नैंओळूं रैवै अरूप जीवैअर जे जावैओळूं न तद ईज खाली अरूप नैं नीं रैवै-कोई सबदसंभालै-घररूप नैं!
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