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*[[चार पांवडां ई सही / मदन गोपाल लढ़ा]]
 
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*[[इण सोधा-साधी में ई / मदन गोपाल लढ़ा]]
 
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*[[इण बहुरुपियै बगत में / मदन गोपाल लढ़ा]]
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*[[इण बदरंग बगत में / मदन गोपाल लढ़ा]]
 
*[[कोनी फोरी पूठ / मदन गोपाल लढ़ा]]
 
*[[कोनी फोरी पूठ / मदन गोपाल लढ़ा]]
 
'''सूरतगढ़ : पांच चितराम'''
 
'''सूरतगढ़ : पांच चितराम'''

17:22, 9 जुलाई 2017 का अवतरण

चीकणा दिन
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रचनाकार मदन गोपाल लढ़ा
प्रकाशक
वर्ष 2017
भाषा राजस्‍थानी
विषय
विधा मुक्‍त छंद
पृष्ठ
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

ग्रीस करणियां रो गीत

गळी रो गीत

स्क्रेप मजूर रो गीत

चीकणा दिन

रामलीला : छव चितराम

नहर : दस चितराम

सागो : सात चितराम

सूरतगढ़ : पांच चितराम

चाळीस रै चौखटै में प्रेम

छाटां छिड़को

गद्य कवितावां