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"अजबे नगरिया के रीत / उमेश बहादुरपुरी" के अवतरणों में अंतर
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− | ई त अजबे हे नगरिया के | + | ई त अजबे हे नगरिया के रीत |
− | बाबू कोय न करऽ हे इहाँ | + | बाबू कोय न करऽ हे इहाँ पिरीत |
− | हर कोय देखऽ हे अँखिया गुर्रा | + | हर कोय देखऽ हे अँखिया गुर्रा के |
− | तनिको न ताके प्यार से हमरा | + | तनिको न ताके प्यार से हमरा के |
− | हम केकरा के कहूँ | + | हम केकरा के कहूँ मनमीत |
− | केकरा से करी पिरितिया के | + | बाबू .... |
− | कोय | + | केकरा से करी पिरितिया के आसा |
− | हमरा तो लागऽ हे हर कोय | + | कोय नञ् बोलऽ हे प्यार के भासा |
− | मनमा में बसल सामली | + | हमरा तो लागऽ हे हर कोय तीत |
− | अँखिया के आगु मोहनी | + | बाबू .... |
− | उहे तो लेलकइ हम्मर मन | + | मनमा में बसल सामली सुरतिया |
− | बाँटले फिरऽ हे जे प्यार के | + | अँखिया के आगु मोहनी मुरतिया |
− | कोय के | + | उहे तो लेलकइ हम्मर मन जीत |
− | इहाँ तो लेलकइ उहे | + | बाबू .... |
+ | बाँटले फिरऽ हे जे प्यार के संदेसा | ||
+ | कोय के नञ् ओकरा पर हे अंदेसा | ||
+ | इहाँ तो लेलकइ उहे जगजीत | ||
+ | बाबू ... | ||
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14:06, 13 मार्च 2019 के समय का अवतरण
ई त अजबे हे नगरिया के रीत
बाबू कोय न करऽ हे इहाँ पिरीत
हर कोय देखऽ हे अँखिया गुर्रा के
तनिको न ताके प्यार से हमरा के
हम केकरा के कहूँ मनमीत
बाबू ....
केकरा से करी पिरितिया के आसा
कोय नञ् बोलऽ हे प्यार के भासा
हमरा तो लागऽ हे हर कोय तीत
बाबू ....
मनमा में बसल सामली सुरतिया
अँखिया के आगु मोहनी मुरतिया
उहे तो लेलकइ हम्मर मन जीत
बाबू ....
बाँटले फिरऽ हे जे प्यार के संदेसा
कोय के नञ् ओकरा पर हे अंदेसा
इहाँ तो लेलकइ उहे जगजीत
बाबू ...