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+ | * [[यह जीवन-पत्र अलक्षित / राघवेन्द्र शुक्ल]] | ||
+ | * [[कविः भाव-पुरुष का प्रस्तोता / राघवेन्द्र शुक्ल]] | ||
+ | * [[सबसे उर्वर ज़मीन / राघवेन्द्र शुक्ल]] | ||
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+ | * [[रिक्तताः मैं टटोल रहा हूं अक्षयपात्र | ||
+ | * [[कैलेंडर के बदले पन्ने बसंत नहीं लाते / राघवेन्द्र शुक्ल]] | ||
+ | * [[लौट चलें क्या! / राघवेन्द्र शुक्ल]] | ||
+ | * [[जैसे हार गया था कलिंग अशोक से / राघवेन्द्र शुक्ल]] |
23:25, 21 जुलाई 2019 का अवतरण
राघवेन्द्र शुक्ल
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जन्म | 04 अगस्त 1996 |
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जन्म स्थान | भेंड़ी, देवरिया, उत्तर प्रदेश |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
राघवेन्द्र शुक्ल / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- भीड़ चली है भोर उगाने / राघवेन्द्र शुक्ल
- सूरज को कल फिर आना है / राघवेन्द्र शुक्ल
- हम प्रतिकों को बचाते रह गये / राघवेन्द्र शुक्ल
- आँखें कुछ दिन से भारी हैं / राघवेन्द्र शुक्ल
- हमको यह सब कब करना था / राघवेन्द्र शुक्ल
- तुम बुला लो / राघवेन्द्र शुक्ल
- अभी संस्करण कई यहां तानाशाहों के / राघवेन्द्र शुक्ल
- सिक्का उछला रे! / राघवेन्द्र शुक्ल
- थक गया है दोपहर / राघवेन्द्र शुक्ल
- उस रोज / राघवेन्द्र शुक्ल
- बच्चनोत्तर 'इस पार-उस पार' / राघवेन्द्र शुक्ल
- यह जीवन-पत्र अलक्षित / राघवेन्द्र शुक्ल
- कविः भाव-पुरुष का प्रस्तोता / राघवेन्द्र शुक्ल
- सबसे उर्वर ज़मीन / राघवेन्द्र शुक्ल
- क्यों पराजय गुनगुनाऊँ / राघवेन्द्र शुक्ल
- [[रिक्तताः मैं टटोल रहा हूं अक्षयपात्र
- कैलेंडर के बदले पन्ने बसंत नहीं लाते / राघवेन्द्र शुक्ल
- लौट चलें क्या! / राघवेन्द्र शुक्ल
- जैसे हार गया था कलिंग अशोक से / राघवेन्द्र शुक्ल