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"प्रधान की अनिद्रा / अरुण कमल" के अवतरणों में अंतर

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तो एक राजधानी के महापौर ने
 
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एक भव्य समारोह में उन्हें नगर-कोष की
 
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स्वर्ण-कुंजी भेंट की सम्मान में
 
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अपने प्रधान रात भर सो नहीं पाए
 
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यही सोचें यही सोचें कि कुंजी तो दी
 
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खजाना है कहाँ?
 
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12:38, 5 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

जब अपने प्रधान विदेश गए
तो एक राजधानी के महापौर ने
एक भव्य समारोह में उन्हें नगर-कोष की
स्वर्ण-कुंजी भेंट की सम्मान में

अपने प्रधान रात भर सो नहीं पाए
यही सोचें यही सोचें कि कुंजी तो दी
पर यह तो बताया ही नहीं कि
खजाना है कहाँ?