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"अचानक नै आयौ / सुमन पोखरेल" के अवतरणों में अंतर
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प्रेमको गाँठो बाँध्यौ र चुँडाएर गयौ | प्रेमको गाँठो बाँध्यौ र चुँडाएर गयौ | ||
09:03, 6 मई 2021 के समय का अवतरण
अचानक नै आयौ र रुवाएर गयौ
प्रेमको गाँठो बाँध्यौ र चुँडाएर गयौ
मनभित्र बाहिर थियो सब अँध्यारो
लिएर आएथ्यौ तिमीले उज्यालो
तिमी आफैँ बत्ति निभाएर गयौ
अचानक नै आयौ र रुवाएर गयौ
छातीभित्र जतनले लुकाएथेँ त्यसलाई
आजसम्म मैले सम्हालेथेँ जसलाई
त्यही मुटु मेरो जलाएर गयौ
अचानक नै आयौ र रुवाएर गयौ