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ऋता शेखर 'मधु'
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जन्म | 03 जुलाई |
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जन्म स्थान | पटना, बिहार |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
ऋता शेखर 'मधु' / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- इस जगत को सार दे दो / ऋता शेखर 'मधु'
- माँ शारदे! घर में पधारो, पंचमी त्यौहार है / ऋता शेखर 'मधु'
- हे! अम्बिके जगदम्बिके / ऋता शेखर 'मधु'
- जगी सी भोर / ऋता शेखर 'मधु'
- साँवरे की मनुहार / ऋता शेखर 'मधु'
- ऋतुराज को आना पड़ा है / ऋता शेखर 'मधु'
- बेला विदाई की / ऋता शेखर 'मधु'
- ऐ हवा / ऋता शेखर 'मधु'
- दिनकर / ऋता शेखर 'मधु'
- नया साल / ऋता शेखर 'मधु'
- टिक टिक करती घड़ियाँ बोलीं, साथ समय के चलना / ऋता शेखर 'मधु'
- छोड़ चलो अब महानगर की / ऋता शेखर 'मधु'
- हिन्दी / ऋता शेखर 'मधु'
- बूँदें / ऋता शेखर 'मधु'
- कुंडलियाँ - 1 / ऋता शेखर 'मधु'
- कुंडलियाँ - 2 / ऋता शेखर 'मधु'
- दोहे - 1 / ऋता शेखर 'मधु'
- दोहे - 2 / ऋता शेखर 'मधु'
- हाइकु - 1 / ऋता शेखर 'मधु'
- हाइकु - 2 / ऋता शेखर 'मधु'
- मैं मध्यम काया का पादप / ऋता शेखर 'मधु'
- कोरोना काल / ऋता शेखर 'मधु'