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बुड्ढ़े की मृत्यु / रघुवीर सहाय
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20:27, 5 अप्रैल 2011
{{KKRachna
|रचनाकार=रघुवीर सहाय
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}}
{{KKCatKavita}}
बुड्ढ़ा मर गया<br>
और मरते दम तक उसे यह शर्म रही<br>
Pratishtha
KKSahayogi,
प्रशासक
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प्रबंधक
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