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06:56, 29 दिसम्बर 2008 का अवतरण
विनय प्रजापति 'नज़र'
जन्म | 20 अगस्त |
---|---|
उपनाम | नज़र, वफ़ा, फ़लाना |
जन्म स्थान | लखनऊ, उत्तर प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
विनय प्रजापति 'नज़र' / परिचय |
- जो होता है भले के लिए होता है/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- आदाब तुझे ऐ मेरे वतन लखनऊ/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- गर है तो क्यों तेरी बातों में बनावट है/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- साँसों में दर्द भरा है/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- मन ही मन मुस्कुरा रही है जाड़े की धूप/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- नहीं मिटा सकता तो बढ़ा दे दर्द/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- फूलों की शोखी़ से तेरी याद जवाँ होती है/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- कभी विनय कभी नज़र कभी वफ़ा हूँ मैं/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- दिल का जला होता तब रोशनी होती/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- जो ब-वक़्ते-मर्ग तेरी आरज़ू रहे/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- जब कोई आपको हम-सा मिले हमसे बताइएगा/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- ख़ताए-इश्क़ की इस दिल को सज़ा दी जाए/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- ख़ुदा मुझको बेवफ़ा करे/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- जब भी तेरा नाम याद आयेगा/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- ज़िन्दगी तेरे साथ से क्या मिला जुज़ तन्हाई के/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- एक उदासी परछाईं की तरह/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- मैं तुम्हारे कॉलेज अब भी जाता हूँ/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- तुम आज ही लौट आओ/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- मैं तेरे इश्क़ की छाँव में जल-जलकर/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- नज़्म का कोई सिरा मिले/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- उल्टे सूरज की आग जम गयी/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- लहर इक ‘विनय’/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- तुम दुआ करो अपने प्यार के लिए/ विनय प्रजापति 'नज़र'
- तेरे रेशमी बदन से सरकता है यह दुप्पटा/ विनय प्रजापति 'नज़र'