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+ | * [[शक्ल जब बस गई आँखों में तो छुपना कैसा / अकबर इलाहाबादी]] |
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अकबर इलाहाबादी
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जन्म | 16 नवंबर 1846 |
---|---|
निधन | 9 सितंबर 1921 |
जन्म स्थान | इलाहाबाद |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
मूल नाम: सैयद हुसैन | |
जीवन परिचय | |
अकबर इलाहाबादी / परिचय |
- साँस लेते हुए भी डरता हूँ / अकबर इलाहाबादी
- हंगामा है क्यूँ बरपा / अकबर इलाहाबादी
- दिल मेरा जिस से बहलता / अकबर इलाहाबादी
- दुनिया में हूँ दुनिया का तलबगार नहीं हूँ / अकबर इलाहाबादी
- समझे वही इसको जो हो दीवाना किसी का / अकबर इलाहाबादी
- आँखें मुझे तल्वों से वो मलने नहीं देते / अकबर इलाहाबादी
- कमान / अकबर इलाहाबादी
- पिंजरे में मुनिया / अकबर इलाहाबादी
- उन्हें शौक़-ए-इबादत भी है / अकबर इलाहाबादी
- एक बूढ़ा नहीफ़-ओ-खस्ता दराज़ / अकबर इलाहाबादी
- अरमान मेरे दिल का निकलने नहीं देते / अकबर इलाहाबादी
- जो यूं ही लहज़ा लहज़ा दाग़-ए-हसरत की तरक़्क़ी है / अकबर इलाहाबादी
- फिर गई आप की दो दिन में तबीयत कैसी / अकबर इलाहाबादी
- कहाँ ले जाऊँ दिल दोनों जहाँ में इसकी मुश्किल है / अकबर इलाहाबादी
- किस किस अदा से तूने जलवा दिखा के मारा / अकबर इलाहाबादी
- कट गई झगड़े में सारी रात वस्ल-ए-यार की / अकबर इलाहाबादी
- शक्ल जब बस गई आँखों में तो छुपना कैसा / अकबर इलाहाबादी