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अंत में मैं ही हँसूंगा / आग्नेय
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08:23, 18 फ़रवरी 2009
}}
<Poem>
अंत
मेंमैं
में मैं
ही हँसूंगा
सर्वप्रथम मैं ही रहूंगा
अन्तिम होने पर भी
गंगाराम
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