भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"अयोध्या विवाद / उदयप्रताप सिंह" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 3: पंक्ति 3:
 
|रचनाकार=उदयप्रताप सिंह
 
|रचनाकार=उदयप्रताप सिंह
 
}}
 
}}
 +
{{KKCatKavita}}
 
<poem>
 
<poem>
 
 
सारी धरा राम राम जन्म से हुई है धन्य
 
सारी धरा राम राम जन्म से हुई है धन्य
 
निर्विवाद सत्य को विवाद से निकालिये ।
 
निर्विवाद सत्य को विवाद से निकालिये ।

14:36, 13 नवम्बर 2009 का अवतरण

सारी धरा राम राम जन्म से हुई है धन्य
निर्विवाद सत्य को विवाद से निकालिये ।
रोम-रोम में बसे हुए हैं विश्वव्यापी राम
राम का महत्व एक वृत्त में न ढालिये
वसुधा कुटुंब के समान देखते रहे जो
ये घृणा के सर्प आस्तीन में न पालिये ।
राम-जन्मभूमि को तो राम ही सँभाल लेंगे
हो सके तो आप मातृभूमि को सँभालिये ।