भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"पूर्वाग्रह / आरागों" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
छो (पूर्वाग्रह/ आरागों का नाम बदलकर पूर्वाग्रह / आरागों कर दिया गया है)
(कोई अंतर नहीं)

16:16, 27 दिसम्बर 2009 का अवतरण


मैं चमत्कारों के बीच नाचता हूँ
हज़ारों सूर्य रंगते हैं आकाश
हज़ार दोस्त, हज़ार आँखें या एक चश्म
अपनी निगाहों से मुझे देते हैं आकार
राहों पर जैसे रोया हो तेल
सायबान के बाद से खोया है ख़ून

ऐसे में कूदता हूँ एक दिन से दूसरे तक
बहुरंगी गोल और खूबसूरत
जैसे धनुष का जाल हो या रंगों की आग
जब लौ का रंग है हवा सा
जीवन ओ! शांत स्वचलित वाहन
और आगे दौड़ने का आनन्दमयी संकट

मैं जलूंगा रोशनी की आग से


मूल फ़्रांसिसी से अनुवाद : हेमन्त जोशी