गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
अजनबी शहर के / राही मासूम रज़ा
9 bytes removed
,
12:21, 21 मार्च 2009
}}
अजनबी शहर के/में अजनबी रास्ते , मेरी
तन्हाईयों पे
तन्हाई पर
मुस्कुराते रहे ।
मैं बहुत देर तक यूं ही चलता रहा, तुम बहुत देर तक याद आते रहे ।।
Ashish.shrivastava7
5
edits