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"कर कानन कुंडल मोरपखा / रसखान" के अवतरणों में अंतर
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कर कानन कुंडल मोरपखा उर पै बनमाल बिराजती है | कर कानन कुंडल मोरपखा उर पै बनमाल बिराजती है |
20:04, 18 अप्रैल 2011 का अवतरण
कर कानन कुंडल मोरपखा उर पै बनमाल बिराजती है
मुरली कर में अधरा मुस्कानी तरंग महाछबि छाजती है
रसखानी लखै तन पीतपटा सत दामिनी कि दुति लाजती है
वह बाँसुरी की धुनी कानि परे कुलकानी हियो तजि भाजती है