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− | उर-उर की बनो आरती! | + | उर-उर की बनो आरती! |
− | भ्रान्तों की निश्चल ध्रुवतारा! | + | भ्रान्तों की निश्चल ध्रुवतारा! |
तोड़ो, तोड़ो, तोड़ो कारा! | तोड़ो, तोड़ो, तोड़ो कारा! | ||
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13:55, 25 अप्रैल 2009 का अवतरण
तोड़ो, तोड़ो, तोड़ो कारा
पत्थर, की निकलो फिर,
गंगा-जल-धारा!
गृह-गृह की पार्वती!
पुनः सत्य-सुन्दर-शिव को सँवारती
उर-उर की बनो आरती!
भ्रान्तों की निश्चल ध्रुवतारा!
तोड़ो, तोड़ो, तोड़ो कारा!